याक के दूध से बने प्रॉडक्ट्स होते हैं हेल्दी
भारतीय खाद्य सुरक्षा और मानक प्राधिकरण (FSSAI) ने हिमालयी याक को 'Food Animal' के रूप में मंजूरी दे दी है.
बता दें कि हिमालयी याक का प्रयोग पारंपरिक रूप से दूध और मांस के लिए किया जाता है.
याक का दूध गाय-भैंस के दूध से ज्यादा पोषक और ताकतवर होता है.
याक के दूध में काफी ज्यादा मात्रा में सॉलिड्स, प्रोटीन, वसा, लैक्टोज और मिनरल्स होते हैं.
याक के दूध का उपयोग अक्सर पनीर बनाने के लिए किया जाता है, जिसे तिब्बती और नेपाली भाषाओं में "छुर्पी" कहा जाता है.
याक पनीर में चेड्डार पनीर की तुलना में लगभग 4 गुना अधिक सीएलए होता है, जो कैंसर, हृदय रोग और मधुमेह जैसी बीमारियों से बचाता है.
याक के दूध का बना घी भी सेहत के लिए अच्छा होता है क्योंकि इससे डायबिटीज में मदद मिलती है.
याक के दूध से बने घी से इम्यूनिटी भी बढ़ती है.