औषधीय गुणों वाला शहद जितना स्वादिष्ट होता है, उतना ही सेहतमंद भी होता है. शहद में एंटीऑक्सिडेंट गुण पाए जाते हैं.
इस मिलावट के दौर में बाजार में नकली शहद मिलना आम बात हो गई है. असली शहद की पहचान कुछ घरेलू उपाय से किया जा सकता है.
शहद की एक बूंद अंगूठे या उंगली पर रखें. अगर इसका तार मोटा बनेगा या जमा रहेगा तो शहद असली है. अगर पतला तार बनेगा तो शहद में मिलावट है.
सबसे पहले एक गिलास गर्म पानी लें और उसमें एक चम्मच शहद डालें. अगर शहद पानी की तली में बैठ जाती है तो शहद असली है.
अगर शहद पानी में घुल जाती है तो समझ लीजिए कि शहद में मिलावट की गई है.
आग से भी शहद की शुद्धता की परख कर सकते हैं. पहले मोमबत्ती जलाएं और एक लकड़ी में रूई लपेटकर उस पर शहद लगाएं. अब इसे आग में रखें.
अगर रूई जलने लगती है तो इसका मतलब है कि शहद शुद्ध है. अगर इसमें जलने में वक्त लगता है तो पानी मिलाकर शहद को बनाया गया है.
सिरका से भी शहद की शुद्धता की जांच की जा सकती है. एक चम्मच शहद में 2-3 बूंद सिरका और थोड़ा सा पानी डालें और 2-3 मिनट छोड़ दें. अगर झाग उठता है तो शहद शुद्ध नहीं है.
ब्रेड से भी असली और नकली शहद की पहचान की जा सकती है. ब्रेड में शहद को लगाकर 5 मिनट के लिए छोड़ दें.
अगर ब्रेड मुलायम या गीला हो रहा है तो शहद में मिलावट है. अगर ब्रेड पर शहद वैसा ही है, जैसा लगाया था तो शहद असली है.