(Photo Credit: PTI and Meta AI)
मछली में ढेर सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं. डॉक्टर भी इन्हें खाने की सलाह देते हैं. हम आपको ताजी मछली यानी फ्रेश फिश के पहचान करने के तरीकों के बारे में बता रहे हैं.
फ्रेश फिश की पहचान करने के लिए उसकी स्किन पर अपनी उंगली से दबाएं. यदि प्रेशर डालने के बाद स्किन दबी रही गई तो इसका मतलब है मछली बासी है. स्किन वापस उठकर बाहर आ जाए तो समझें फिश फ्रेश है.
यदि मछली की आंखें चमकती हुई चिकनी दिख रही है तो समझें मछली ताजी है. यदि आंखें फीकी, पीली सी दिख रही तो इसका मतलब है कि फिश बासी है.
यदि मछली की गिल्स यानी गर्दन के पास वाला हिस्सा पिंक या रेड दिख रहा है तो इसका मतलब है मछली फ्रेश है. यदि ये हिस्सा काला, मरून या डार्क दिख रहा तो समझें फिश बासी है.
यदि फिश को उठाने पर वो लटक जाती है या काफी ढीली सी मालूम पड़ती है तो वो बासी फिश है. फ्रेश फिश लूज नहीं होती और उठाने पर भी टाइट रहती है.
मछली खरीदते समय उसकी बनावट पर खास ध्यान दें. ताजी मछली की बाहरी और आंतरिक दोनों तरफ एक मजबूत बनावट होती.
मछली को सूंघ कर भी आप जान सकते हैं कि यह ताजी है या बासी. फिश में बदबू आ रही है तो इसका अर्थ है कि मछली खराब हो चुकी है.
मछली के गलफड़ों को उठाएं और जांच लें कि मछली के अंदरूनी हिस्से में चमकदार लाल गुलाबी रंग है या नहीं. ताजी मछली की बनावट थोड़ी गीली होगी और यह सूखी नहीं होगी.
ताजी मछली को काटते समय उसका हमेशा खून बहेगा और रंग चमकीला पिंक होगा.