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टोस्टेड और नॉर्मल ब्रेड दोनों के फायदे और नुकसान हो सकते हैं.
टोस्टेड ब्रेड का ग्लाइसेमिक इंडेक्स थोड़ा कम हो सकता है, जिससे यह शरीर में शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाता है और ब्लड शुगर लेवल पर कम असर डालता है.
टोस्टिंग से ब्रेड थोड़ी हल्की हो जाती है, जिससे कुछ लोगों के लिए इसे पचाना आसान हो सकता है.
जब किसी को उल्टी या दस्त जैसी समस्याएं हों, तो टोस्टेड ब्रेड पेट को राहत दे सकती है.
लेकिन टोस्टिंग के दौरान ब्रेड में मौजूद कुछ पोषक तत्वों (जैसे विटामिन B) की मात्रा कम हो सकती है.
टोस्टेड ब्रेड सूखी होती है, जिससे यह गले में आसानी से फंस सकती है या खाने में कठिनाई हो सकती है.
वहीं नॉर्मल ब्रेड में टोस्टेड ब्रेड के मुकाबले सभी पोषक तत्व पूरी तरह से बने रहते हैं.
यह नरम और खाने में आसान होती है, खासकर अगर आपके दांत या गले में समस्या है.
ऐसे में अगर आपको हल्की ब्रेड चाहिए या शुगर कंट्रोल में रखने की सोच रहे हैं तो टोस्टेड ब्रेड खाएं.
नॉर्मल ब्रेड तब खाएं अगर आप पूरी पोषणीयता के साथ सॉफ्ट ब्रेड चाहते हैं और आपको शुगर से कोई समस्या नहीं है.
नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.