अगर आपको पहले से ही दांतों की प्रॉब्लम है तो अपने डेंटिस्ट से सलाह लेने के बाद ही नींबू पानी पिएं या इसे पीना अवॉयड करें.
नींबू पानी में ऑक्सलेट्स होते है जो बॉडी में क्रिस्टल के रूप में जम सकते है. ये कैल्शियम एब्जॉर्प्शन को भी प्रभावित कर सकते है.
नींबू पानी में मौजूद एसिडिक क्वालिटी से पेप्टिक अल्सर में नुकसान पहुंच सकता है.
नींबू की एसिडिक प्रॉपर्टी के कारण दांतों का एनामल कमजोर हो जाता है. नींबू पानी पिने के तुरंत बाद ब्रश करने से ये एनामल निकल सकता है और दांत टूट सकता है.
ज्यादा नींबू पानी पिने से पेट में एसीडिटी बढ़ जाती है. इससे अंदरूनी अंगो को नुकसान पहुंच सकता है और डाइजेशन खराब हो सकता है.
ज्यादा नींबू पानी पिने से ज्यादा यूरिन आता है. बार-बार यूरिन जाने से बॉडी से पानी निकल जाता है और इससे डिहाइड्रेशन की प्रॉब्लम हो सकती है.
ज्यादा ठंडा या ज्यादा गर्म नींबू पानी पीने से इसके फायदे कम हो सकते है. गुनगुने पानी में नींबू निचोड़कर पीना ज्यादे फायदेमंद रहता है.
नींबू पानी की एसिडिक क्वालिटी दांतों को नुकसान पंहुचा सकती है. अगर स्ट्रॉ से नींबू पानी पिएंगे तो दांत ज्यादा सेफ रहेंगे.
एसीडिटी, हार्ट बर्न, एसिड रिफ्लक्स जैसी प्रोब्लेम्स को नींबू पानी जैसे एसिडिक ड्रिंक और बढ़ा सकते है. इसलिए इन्हें अवॉयड करें.
सुबह उठने के बाद 1 गिलास गुनगुना पानी पीना फायदेमंद रहता है. ज्यादा नींबू पानी पीना हेल्थ के लिए नुकसानदायक हो सकता है.