समोसा से लेकर कबाब तक... ये मशहूर भारतीय पकवान कई देशों में हैं बैन

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खाने की बात हो और भारत का जिक्र न हो ऐसा नहीं हो सकता. कई भारतीय पकवान देश ही नहीं विदेशों में भी काफी फेमस हैं. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि भारत के कई ऐसे व्यंजन हैं जिन्हें विदेश में बैन किया गया है. आइए इनके बारे में जानते हैं.

अपने त्रिकोण आकार के कारण भारत का मशहूर स्ट्रीट फूड समोसा अफ्रीका के सोमालिया में बैन है. त्रिकोण आकार अल-शबाब समूह के लिए ईसाई धर्म का प्रतीक है.

अपने देश के परंपरा और मर्यादा को सुरक्षित रखने के लिए इटली और वीनस ने साल 2017 से शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के कबाब को खाने पर रोक लगा दी है.

आयुर्वेदिक गुणों के कारण भारत में सदियों से खाए जा रहे च्यवनप्राश पर यूएस, कनाड़ा और ऑस्ट्रेलिया में ज्यादा मात्रा में सीसा और पारा होने के कारण रोक है. 

हमारे देश में देसी घी को सुपरफूड माना जाता है. इसमें शरीर के लिए आवश्यक सभी न्यूट्रिएंट्स पाए जाते हैं लेकिन ज्यादा सैचुरेटेड फैट होने के कारण यह अमेरिका में बैन है.

मॉरफीन होने से पोपी सीड्स सऊदी अरब, यूएई, सिंगापुर और ताइवान में बेचना मना है. मॉरफीन एक नारकोटिक्स केमिकल है, जिस पर सेंट्रल नारकोटिक्स ब्यूरो ने रोक लगा रखी है.

हमारे देश में कैचप सैंडविच हो या पकौड़ा सभी के साथ खाया जाता है लेकिन युवाओं और स्कूली छात्रों के ज्यादा कैचप खाने के कारण फ्रांस में इसे बैन कर दिया गया है.

मैक्रोनी को भारत में सबसे ज्यादा खाया जाता है और बात करें चीज की तो हमारे देश में कई ऐसी डिश हैं, जिनमें भर-भर के चीज का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन नॉर्वे में मैक्रोनी और चीज बैन है.

हमारे देश में कई लोग च्यूइंग गम चबाते नजर आते हैं लेकिन सिंगापुर में इसे खाने पर 1992 से बैन लगाया गया है.