सात्विक भोजन एक डाइटरी कॉन्सेप्ट है जो आयुर्वेद से प्रेरित है.
इसमें शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण को बढ़ावा देने के लिए शुद्ध, स्वच्छ माने जाने वाले फूड प्रोडक्ट्स को खाने पर जोर देता है.
माना जाता है कि सात्विक भोजन क्लेरिटी, माइंडफुलनेस और बैलेंस को बढ़ाता है.
इस आहार में मुख्य रूप से ताजे, मौसमी फल और सब्जियां, साबुत अनाज, मेवे, बीज, डेयरी उत्पाद और प्राकृतिक स्वीटनर्स शामिल होते हैं.
सात्विक भोजन पाचन को बढ़ाता है. इसमें ताजा, फाइबर युक्त फल, सब्जियां और साबुत अनाज का समावेश एक स्वस्थ पाचन तंत्र को बढ़ावा देता है, कब्ज जैसी समस्याओं को रोकता है.
माना जाता है कि सात्विक भोजन की शुद्धता मन पर सकारात्मक प्रभाव डालती है. आहार शरीर और दिमाग के बीच संतुलित और सामंजस्यपूर्ण संबंध के आयुर्वेदिक सिद्धांत के अनुरूप, मानसिक स्पष्टता, ध्यान और शांति को प्रोत्साहित करता है.
सात्विक भोजन का उद्देश्य शरीर के ऊर्जा के स्तर में संतुलन बनाए रखना है. ज्यादा उत्तेजक या भारी भोजन से परहेज करके, यह पूरे दिन हल्कापन और निरंतर ऊर्जा की भावना को बढ़ावा देता है, जो समग्र कल्याण में योगदान देता है.
सात्विक खाना नेचुरल, अनप्रोसेस्ड फूड्स के सेवन को बढ़ावा देकर शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है. फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट और पोषक तत्वों की प्रचुरता शरीर के नेचुरल डिटॉक्स मैकेनिज्म का सपोर्ट करती है.