साल खत्म होने से पहले 25 दिसंबर को क्रिसमस डे मनाया जाता है.
ईसाई समुदाय के लोग इसे यीशू मसीह के जन्मदिवस के रूप में मनाते हैं.
इस त्योहार को क्रिसमस ट्री, रम केक, सांता क्लॉज और Mulled Wine के साथ मनाया जाता है.
क्रिसमस के जश्न में Mulled Wine पीने का चलन कहां से आया आइए जानते हैं.
यूनानियों को शराब बर्बाद करने से नफरत थी. बची हुई शराब को ठंड तक बचाने के लिए वो इसमें मसाले डालकर गर्म किया करते थे.
इस शराब को हिप्पोक्रैस नाम दिया गया. इसे सबसे बेहतरीन ग्रीक फिजिशियन हिप्पोक्रेटीस के नाम पर रखा गया.
Mulled Wine को गर्म करके परोसा जाता है. गर्महाट के लिए इसमें कई तरह के मसाले डाले जाते हैं.
इसे Spiced Wine भी कहते हैं. इस रेड वाइन में खास तरह के मसाले और कभी -कभी किशमिश मिला कर बनाया जाता है.
इसमें एल्कोहल होता है मगर बिना एल्कोहल के भी Mulled Wine बनाई जाती है. गर्म होने की वजह से इसे सर्दियों में खूब पिया जाता है
रोम के लोगों ने वाइन को गर्म कर के पीने से उन्हें ठंड से राहत मिली. बाद में इसे लंबे समय तक रखने के लिए इसमें मसालों का इस्तेमाल किया गया.