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गर्मियों के मौसम में अमलतास के पीले फूल आंखों को राहत देते हैं.
लेकिन यह पेड़ सिर्फ खूबसूरत ही नहीं है है बल्कि औषधीय गुणों का भंडार है.
इन औषधीय गुणों की वजह से ही आयुर्वेद में इस पेड़ को रोगनाशक का नाम दिया जाता है.
वनस्पति विज्ञान के जानकारों के मुताबिक इस पेड़ का तना, इसकी छाल, पत्तियां और जड़ें भी बेहद लाभकारी हैं.
इस पेड़ के तने, पत्तियां, जड़ें और फूल सभी में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं.
इसका उपयोग पीलिया, बुखार और ल्यूकोडर्मा जैसी बीमारियों के इलाज में किया जाता है.
अमलतास के पत्ते सुबह खाली पेट खाने से थायराइड की समस्या में काफी हद तक आराम मिलता है.
जिन्हें कब्ज की शिकायत है या फिर कफ बार बार परेशान करता है. ऐसे लोगों को अमलतास की फलियों का गुदा खाना चाहिए.
नोट: यह कंटेंट सामान्य जानकारी के आधार पर लिखा गया है. अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह करें.