रोजाना साइकिल चलाने वालों को अवसाद की शिकायत होने की आशंका बहुत कम होती है.
साइकिल चलाने से शरीर की मस्तिष्क क्रियाशीलता बढ़ती है. इससे आपके दिमाग में तंदुरुस्ती आती है और आप ज्यादा चुस्त और सक्रिय महसूस करते हैं.
साइकिल चलाना आपके हृदय के लिए भी बहुत लाभदायक होता है. इससे हृदय की सेहत बनी रहती है और आपका खून स्वच्छ होता है.
साइकिल चलाने से आपकी श्वसन प्रणाली मजबूत होती है. इससे आपकी सांस लेने की क्षमता बढ़ती है और आप ताकतवर महसूस करते हैं.
साइकिल चलाने से आपके पेट के मांसपेशियों को शक्ति मिलती है. इससे पेट के आसपास के मोटापे कम होते हैं और आपकी बॉडी शेप में सुधार होता है.
साइकिल चलाने से पांवों की मांसपेशियों का विकास होता है. इससे पांवों के बॉन मजबूत होते हैं.
यदि आप सुबह-सुबह कुछ देर तक साइकिलिंग करतें हैं तो रात को आपको अच्छी नींद आएगी.
साइकिल चलाने से बॉडी के इम्यून सेल्स ज्यादा एक्टिव रहते हैं और ऐसे में व्यक्ति कम बीमार पड़ता है.
डॉक्टर्स के मुताबिक साइकिल चलाने वाले को ब्रेस्ट कैंसर और बाउल कैंसर का खतरा कम हो सकता है.
साइकिल चलाने से ईंधन की बचत होती है. इससे आपकी जेब पर भी असर नहीं पड़ता है और वातावरण भी ठीक रहता है.