जमीन पर बैठकर भोजन करते समय लगातार आगे की तरफ झुकना पड़ता है. इससे शरीर का ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरीके से काम करता है.
जमीन पर बैठकर भोजन करने से हार्ट को ब्लड पंप करने में कम मेहनत करनी पड़ती है.
जमीन पर बैठकर खाने से रीढ़ की हड्डी के निचले भाग पर जोर पड़ता है और यहां की मसल्स मजबूत बनती है.
जब हम फर्श पर बैठकर खाते हैं तो घुटने मोड़ने पड़ते हैं. यह घुटनों की बेहतरीन एक्सरसाइज होती है.
पालथी मारकर हम भोजन करते हैं. ऐसे बैठने से जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है.
हार्ट पेशेंट के लिए भी जमीन पर बैठकर खाना हेल्दी माना जाता है.
जमीन पर बैठकर जब खाया जाता है तब खून का संचार दिल तक आसानी से होता है.
जमीन पर बैठकर खाने से पेट की मांसपेशियां एक्टिव रहती हैं. इससे डाइजेशन अच्छा होता है और भूख भी अच्छी लगती है.
जमीन पर बैठकर रेग्युलर भोजन किया जाए तो बॉडी पॉश्चर सही होता है.