क्या डायबिटीज़ के मरीज़ पोहा खा सकते हैं?

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डायबिटीज़ एक ऐसी बीमारी है जो खराब जीवनशैली के कारण होती है और इसे जीवनशैली सुधारकर ही ठीक किया जाता है. 

आप डायबिटीज़ से उभरेंगे या नहीं, यह बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि आप क्या खा रहे हैं और क्या नहीं. 

कई भारतीयों की डाइट में पोहा शामिल है. लेकिन सवाल है कि क्या डायबिटीज़ के मरीज़ों को पोहा खाना चाहिए?

दरअसल चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है. इसे खाना आपके शुगर लेवल को बढ़ा सकता है. 

पोहे के साथ ऐसा नहीं होता. पोहे को चावल को चपटा करके और भाप देकर बनाया जाता है. 

इसकी वजह से चावल में स्टार्च की संरचना बदल जाती है. चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स जहां 70-89 होता है, वहीं पोहे का 60-70 तक ही होता है. 

इसके अलावा जब आप पोहे में घी, टमाटर और मूंगफली जैसी चीज़ें डाल देते हैं यह एक बैलेंस्ड डाइट बन जाती है. 

ऐसे में आप शुगर पेशेंट होने पर भी पोहा खा सकते हैं. बस आपको ध्यान रखना है कि आप इसके साथ नमकीन और जलेबी न मिलाएं. 

साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आप जरूरत से ज्यादा पोहा न खाएं, वरना यह शुगर लेवल बढ़ा सकता है. 

नोट : हर मरीज़ की स्थिति अलग-अलग हो सकती है. अगर पोहा खाने से आपका शुगर लेवल बढ़ता है तो आप डॉक्टर से जरूर मिलें.