By: GNT Digital
BCG टीका ट्यूबरक्लोसिस से बचाने में कारगर है. बच्चे के जन्म से 6 महीने के बीच में ये वैक्सीन कभी भी दी जा सकती है.
हेपेटाइटिस बी का टीका बच्चे के जन्म के तुरंत बाद या 24 घंटों के भीतर लगाना चाहिए.
ओरल पोलियो वैक्सीन बच्चों को जन्म के समय या जन्म के 25 दिनों के भीतर दी जानी चाहिए.
पेंटावैलेंट वैक्सीन 5 एंटीजन का एक कॉम्बिनेशन है. ये बच्चे को तीन डोज में दिया जाता है.
रोटावायरस बच्चों में तेजी से फैलता है. ये वैक्सीन बच्चे को डोज में दी जाती है.
न्यूमोकोकल कंजुगेट वैक्सीन या पीसीवी बच्चे को निमोनिया से बचाती है. पीसीवी वैक्सीन तीन डोज में दी जाती है.
मीसल्स-रूबेला वैक्सीन या MR वैक्सीन को भारत में बच्चे को दो खुराक में दिया जाता है.
इनएक्टिवेटेड पोलियो वैक्सीन या IPV को शरीर में इंजेक्ट किया जाता है.
जापानी इन्सेफेलाइटिस वैक्सीन जन्म के 9 से 12 महीने के बाद दी जाती है. साथ ही इसका बूस्टर शॉट 1 से 24 महीने में दिया जाता है.
डॉक्टर विटामिन ए वैक्सीन को अलग-अलग डोज में दिया जाता है. जिसमें 9 महीने पर पहली डोज, 16-18 महीने पर दूसरी डोज दी जाती है.
बच्चे के वैक्सीनेशन को लेकर अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें.