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घी को भारतीय रसोई का खजाना माना जाता है. लेकिन जब बात डायबिटीज की आती है, तो लोग अक्सर कंफ्यूज़ हो जाते हैं क्या घी खाना सही होगा या नहीं?
तो आइए जानते हैं, डायबिटीज के मरीज घी खा सकते हैं या नहीं ?
घी एक नेचुरल फूड है जो विटामिन A, D, E और K से भरपूर होता है. यह आपकी बॉडी को जरूरी पोषण देने के साथ शरीर की कमजोरी को दूर करने में मदद करते हैं.
घी में कोई शुगर या कार्बोहाइड्रेट नहीं होता, इसलिए यह डायबिटीज के मरीजों के लिए सुरक्षित यह होने के साथ ब्लड शुगर लेवल को भी कंट्रोल करता है.
डायबिटीज में अक्सर शरीर में सूजन की समस्या होती है. घी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड सूजन को कम करने में सहायता करता है.
घी आपके डाइजेशन को बेहतर बनाता है. यह पाचन तंत्र को मजबूत और कब्ज की समस्या को दूर करता है, जो डायबिटीज मरीजों में आम होती है.
अगर आप घी को रोटी या चावल के साथ खाते हैं, तो यह भोजन के ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI) को कम करता है, जिससे शुगर अचानक नहीं बढ़ती.
डायबिटीज मरीजों को कमजोरी महसूस होती है तो वहीं घी फैट्स का एक अच्छा सोर्स माना जाता है, जो शरीर को इंस्टेंट एनर्जी देता है. ऐसे में यह डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद साबित हो सकता है.
डायबिटीज में घी खाना सही है, लेकिन इसे पूरे दिन में 1-2 चम्मच से ज्यादा का सेवन ना करें सेवन.
घी हेल्दी है, लेकिन इसमें सैचुरेटेड फैट भी होता है. इसलिए इसे ज्यादा खाने से बचें, खासकर अगर आपको हार्ट से जुड़ी समस्या भी है.
नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. कुछ भी अपनाने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.