इन बीमारियों का रामबाण उपाय गिलोय 

गिलोय अमृत से कम नहीं है. इसको रोजाना सेवन करने कई गंभीर बीमारियां पास तक नहीं भटकती हैं.

गिलोय के सेवन से आंखों की रोशनी में सुधार होता है. इसके रस को त्रिफला के साथ मिलाकर सेवन करने से आंखों की कमजोरी दूर होती है.

कान की सफाई के लिए गिलोय के तने को पानी में घिसकर गुनगुना कर कान में डालने से मैल साफ हो जाता है.

अश्वगंधा, शतावर, दशमूल, अडूसा, अतीस जैसी जड़ी-बूटियों के साथ इसका काढ़ा बनाकर सेवन करने से टीबी के रोगी को लाभ मिलता है.

गिलोय के रस में मिश्री मिलाकर पीने से कब्ज, उल्टी और पेट की जलन से छुटकारा मिलता है.

हरड़, धनिया और गिलोय को पानी में उबालकर बने काढ़े का सेवन करने से बवासीर से राहत मिलती है.

लीवर से जुड़ी समस्याओं को ठीक करने के लिए गिलोय बेहद लाभकारी है. ताजा गिलोय, अजमोद, छोटी पीपल और नीम को मिलाकर काढ़ा बनाकर पीने से लीवर की समस्याएं दूर होती हैं.

डायबिटीज को नियंत्रित करने में भी गिलोय सहायक होती है. मधुमेह रोगियों के लिए गिलोय का रस बहुत फायदेमंद साबित होता है.

हाथीपांव या फाइलेरिया जैसी समस्या में भी गिलोय रामबाण उपाय है. इसके रस को सरसों के तेल के साथ मिलाकर खाली पेट पीने से इस रोग में आराम मिलता है.