ग्लूकोमा से धुंधली हो सकती है आपकी नजर, जानें लक्षण और इलाज
By: Shivanand Shaundik
ग्लूकोमा का सबसे आम प्रकार प्राइमरी ओपन-एंगल ग्लूकोमा है. इसमें धीरे-धीरे आंख की रोशनी कम होने लगती है.
इसलिए जरूरी है कि आप साल में कम से कम एक बार अपनी आंखों की गहन जांच करवाएं.
आंखों में तेज दर्द ,जी मिचलाना, उल्टी, आंख लाल होना, नजर में अचानक गड़बड़ी होना, रोशनी के चारों ओर रंगीन छल्ले दिखना, अचानक धुंधला दिखना ग्लूकोमा के लक्षण होते हैं.
हाल ही में हुई एक रिसर्च में सामने आया कि 2040 तक दुनियाभर में ग्लूकोमा के मरीजों की संख्या बढ़कर 11 करोड़ के आसपास पहुंच जाएगी.
60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों में ग्लूकोमा का खतरा अधिक होता है.
जिन लोगों को डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर है या किसी तरह की दिल की बीमारी है, उनमें ग्लूकोमा का जोखिम अधिक होता है.
इंट्राओक्यूलर प्रेशर यानी IOP को कम करने के लिए कई तरह की दवाएं उपलब्ध हैं. यह दवाएं आई ड्रॉप और गोलियों के रूप में मौजूद हैं.
अगर कॉर्निया और आईरिस में चैनलों में ब्लॉकेज है या प्रवाह स्लो होने के कारण IOP बढ़ रहा है तो डॉक्टर सर्जरी की सलाह दे सकते हैं.
एंगल क्लोजर ग्लूकोमा का इलाज बिल्कुल अलग तरह से होता है. क्योंकि यह एक आपात स्थिति होती है, इसलिए इसमें तुरंत इलाज का निर्णय लिया जाता है, ताकि आंख पर पड़ रहे दबाव को कम किया जा सके.