ग्रीन कॉफी डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद है. इसे पीने से रक्त शर्करा का स्तर सामान्य रहता है.
ग्रीन कॉफी को एनर्जी बूस्टर के रूप में जाना जाता है. यदि आपको अक्सर थकान होती है तो ग्रीन कॉफी पी सकते हैं. इसे पीने से शरीर को इंस्टेंट एनर्जी मिलती है.
एक रिसर्च के अनुसार नियमित रूप से ग्रीन कॉफी के सेवन से बैड कोलेस्ट्रॉल की समस्या दूर हो सकती है.
ग्रीन कॉफी में फैटी एसिड, रैहिडिक एसिड, लिनोलिक एसिड और ओलिक एसिड होता है, जो हमारी त्वचा को हाइड्रेटेड रखने के लिए आवश्यक है.
लगातार भूख लगने की समस्या को ग्रीन कॉफी के सेवन से ठीक किया जा सकता है.
ग्रीन कॉफी के अर्क में पाया जाने वाला एंटीओबेसिटी गुण शरीर में वसा के संचय को कम कर मोटापे और बढ़ते वजन को कम करने में मदद करता है.
ग्रीन कॉफी में 1.2 प्रतिशत तक कैफीन की मात्रा पाई जाती है. कैफीन सिर दर्द को कुछ हद तक कम करने में फायदेमंद हो सकता है.
ग्रीन कॉफी में क्लोरोजेनिक एसिड पाया जाता है. क्लोरोजेनिक एसिड में एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं, जो हृदय रोगों से बचाव में मददगार हो सकते हैं.
100 ग्राम ग्रीन कॉफी में 108 मिलीग्राम कैल्शियम की मात्रा पाई जाती है. इसके सेवन से हड्डियों को मजबूती मिलती है.