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बात जब भी कुछ हल्का-फुल्का लेकिन पोषण से भरपूर मील की होती है तो सबसे पहले दिमाग में नाम आता है खिचड़ी का.
खिचड़ी ऐसा सुपरफूड है जो आपके डाइजेस्टिव सिस्टम और आपकी इम्यूनिटी दोनों को ठीक कर सकता है. खिचड़ी, हल्के मसालों के साथ पकाए गए चावल, दाल और सब्जियों के मिश्रण वाली डिश है.
खिचड़ी एक बैलेंस्ड मील है जो मैक्रोन्यूट्रिएंट्स और माइक्रोन्यूट्रिएंट्स दोनों देती है. इसे पोषण का पावरहाउस कहते हैं क्योंकि यह कार्बोहाइड्रेट. प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स जैसे बी विटामिन, आयरन, मैग्नीशियम और जिंक से भरपूर होती है.
खिचड़ी पचने में आसान होती है, जिससे यह पेट और आंतों के लिए सही होती है. सब्जियों के साथ हल्के ढंग से पकाया जाता है और यह एक अपने आप में पूरे मील का काम करती है.
खिचड़ी पाचन का अच्छा करती है जिससे गट हेल्थ अच्छी होती है. खिचड़ी में इस्तेमाल होने वाले हल्के मसाले, जैसे हल्दी और जीरा, गैस और सूजन को कम करने में मदद करते हैं.
खिचड़ी में मौजूद सामग्री, विशेष रूप से हल्दी में शक्तिशाली एंटी-इनफ्लेमेट्री और एंटीमाइक्रोबियल गुण होते हैं. कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और नमक की संतुलित सामग्री के साथ खिचड़ी इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखने में मदद करती है.
खिचड़ी में गाजर, मटर और पालक जैसी सब्जियां मिलाने से न केवल इसका पोषण मूल्य बढ़ता है, बल्कि इसमें पानी की मात्रा भी बढ़ती है, जो बेहतर हाइड्रेशन में योगदान करती है.
खिचड़ी को अक्सर हल्के स्वाद के कारण आरामदायक भोजन के रूप में जाना जाता है. यह ठंड, बरसात के दिनों में विशेष रूप से अच्छा होता है.
खिचड़ी, मैक्रोन्यूट्रिएंट्स के संतुलित मिश्रण के साथ, खाने की लालसा को कम करती है और आपको भूख से संतुष्टि देती है.