खाने में नमक थोड़ा तेज कर देने से लो ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद मिलती है.
डिहाईड्रेशन लो बीपी में योगदान कर सकता है. पानी हर्बल टी और इलेक्ट्रोलाइट रिच ड्रिंक्स सहित लिक्विड चीजें पीना लो ब्लड प्रेशर में फायदेमंद हो सकता है.
लो बीपी के लक्षण दिखने पर पैर ऊपर उठा कर लेटने से मस्तिष्क में ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है. इस सरल तकनीक से चक्कर आना और थकान जैसे लक्षणों में भी कमी सकती है.
एक कप कॉफी या चाय पीने से ब्लड प्रेशर में थोड़ी वृद्धि हो सकती है. लेकिन कैफीन का सेवन नियंत्रित मात्रा में ही करें.
योग और डीप ब्रिदिंग जैसी एक्सरसाइज रिलेक्सेशन को बढ़ावा देती हैं. ये ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं.
चुकंदर में नाइट्रेट होता है. चुकंदर के रस का सेवन ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने में मदद कर सकता है. लेकिन किडनी रोगियों को इसे नहीं पीना चाहिए.
तुलसी अपने एडाप्टोजेनिक के गुणों के लिए जानी जाती है, जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है.
लो बीपी के मरीजों को ज्यादा देर भूखा नहीं रहना चाहिए. दिन भर में छोटे-छोटे मील्स खाने से बीपी लो होने से बचाया जा सकता है.
पर्याप्त और क्वालिटी स्लीप लेना बहुत जरूरी है. थका हुआ शरीर बीमारियों की जड़ होता है.