कब्ज की समस्या न हो और आपका पेट अच्छे से साफ हो जाए, इसके लिए बहुत आवश्यक है कि आप ज्यादा से ज्यादा फाइबर का सेवन करें. कई फलों में फाइबर काफी मात्रा में होता है. आइए उन फलों के बारे में जानते हैं.
फाइबर से भरपूर केला का उपयोग लंबे समय से कब्ज के घरेलू उपचार के रूप में किया जाता रहा है. पका हुआ केला खाने से बाउल सिंड्रोम में सुधार होता है और छोटी आंत में मौजूद माइक्रोविली को अच्छे से काम करने में मदद मिलती है. इससे पाचन बेहतर होता है और कब्ज से राहत मिलती है.
संतरा फाइबर और विटामिन सी का एक बढ़िया स्रोत है. कब्ज में आपको संतरे खाने चाहिए क्योंकि इसमें अधिक मात्रा में फाइबर होते हैं. संतरे में नैरिनजेनिन यौगिक होता है, जिससे कब्ज को सही करने में मदद मिल सकती है.
कीवी विटामिन सी से भरपूर फल है और यही वजह है कि यह कब्ज के लिए बेस्ट फ्रूट है. इसमें भरपूर मात्रा में फाइबर और पानी होता है, जो कब्ज को ठीक करने के लिए जरूरी है. कीवी में पाया जाने वाला एक एंजाइम एक्टिनिडिन भी कब्ज को तोड़ने में मदद करता है.
नाशपाती में न केवल फाइबर बल्कि फ्रुक्टोज और सोर्बिटोल जैसे तत्व भी पाए जाते हैं. इसे पेट की समस्याओं के हल के लिए बढ़िया फल माना जाता है. यह सोर्बिटोल मल को नरम करने का काम करता है.
सेब एक ऐसा फल है जो कब्ज के साथ-साथ दस्त से भी राहत दिलाने में मदद कर सकता है. सेब को छिलके सहित खाने की सलाह दी जाती है. छिलके में अघुलनशील फाइबर होता है.
पपीता फाइबर से भरपूर और कम कैलोरी वाला फल है. इसमें पानी की मात्रा भी ज्यादा होती है. यह मल त्याग को बढ़ाता है. इसमें पपेन नामक एक ऐसा एंजाइम होता है, जो पाचन को दुरुस्त करता है.
फाइबर के प्राकृतिक स्रोत के रूप में अमरुद का सेवन आपके लिए लाभकारी साबित हो सकता है. यह कब्ज को तो दूर करता ही है साथ ही पेट में होने वाले खिंचाव और भारीपन में भी इसके सेवन से राहत मिलती है.
आलूबुखारा में भरपूर फाइबर होता है और इसे खाने पर पेट पर लैक्सेटिव इफेक्ट पड़ता है जिससे मलत्याग आसान बनता है. आलूबुखारा को इस चलते कब्ज दूर करने के लिए खाया जा सकता है. आलूबुखारा से ब्लोटिंग और गैस से भी राहत मिलती है.