बुढ़ापे में हड्डियों का कमजोर होना आम बात है. लेकिन कभी-कभी कम उम्र में ही हड्डियां कमजोर होने लगती हैं. कुछ ऐसे संकेत हैं, जिससे ये पता चलता है कि आपको हड्डियों को मजबूत करने पर ध्यान देने की जरूरत है.
30 साल की उम्र के बाद खासतौर से महिलाओं को हड्डियों की सेहत का पूरा ध्यान रखना चाहिए. इसमें लापरवाही दिक्कत पैदा कर सकती है. चलिए आपको कुछ संकेतों के बारे में बताते हैं.
अगर दांतों पर कैल्शियम की कमी नजर आने लगे तो समझ जाइए कि पैरों की हड्डियां कमजोर होने लगी हैं. अब उसको मजबूत करने पर ध्यान देने की जरूरत है.
हड्डियों के कमजोर होने के इस संकेत को महिलाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. अगर महिला मां है तो उसे किसी भी कीमत पर इसको इग्नोर नहीं करना चाहिए.
बॉडी को कैल्शियम के साथ विटामिन डी की भी जरूरत होती है. हड्डियों को मजबूत बनाने में इसकी अहम भूमिका होती है.
अगर हड्डियों में किसी तरह का दर्द होता है तो उसे इग्नोर नहीं करना चाहिए. ये संकेत होता है कि हड्डियां कमजोर हो रही हैं.
कैल्शियम की कमी से हड्डियां कमजोर होती हैं. अगर कोई इटिंग डिसऑर्डर से पीड़ित है तो उसकी हड्डियां कमजोर होने लगती हैं.
हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए घी, तिल के बीज, अलसी के बीज, कद्दू के बीज, गोंद और हल्दी को डाइट में शामिल करना चाहिए.
हड्डियों को मजबूत करने के लिए हरी सब्जियां, वेजिटेरियन प्रोटीन, डेयरी प्रोडक्ट्स के साथ ड्राई फ्रूट्स भी खाना चाहिए.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है.