क्या सेहत के लिए बुरा है मैदा?

(Photos Credit: Pixabay)

मैदा और आटा दोनों ही गेहूं से बनते हैं लेकिन इनमें से एक सेहत के लिए अच्छा है, जबकि दूसरा उतना अच्छा नहीं है. 

दरअसल गेहूं में तीन परतें होती हैं. पहली ब्रैन, दूसरी एंडोस्पर्म और तीसरी जर्म. 

सबसे भारी परत को ब्रैन कहा जाता है. इसमें खूब फाइबर और विटामिन बी होते हैं. 

दूसरी परत एंडोस्पर्म होती है जो मुख्य रूप से स्टार्च से बनी होती है. तीसरी परत जर्म होती है. यह भी सेहत के लिए अच्छी होती है. 

जब आटा बनता है तो उसमें तीनों ही परतों का इस्तेमाल किया जाता है. इसलिए यह सेहत के लिए अच्छा होता है. 

लेकिन जब मैदा बनता है तो गेहूं की दोनों अच्छी परतों यानी ब्रैन और जर्म को हटा दिया जाता है. 

मैदा को सिर्फ एंडोस्पर्म से बनाया जाता है जो गेहूं का सबसे बड़ा हिस्सा होता है. यानी इसमें फाइबर नहीं, सिर्फ कार्बोहाइड्रेट होता है. 

मैदा में स्टार्च तो होता ही है, साथ ही इसकी प्रोसेसिंग में कई तरह के केमिकल और ब्लीचिंग एजेंट्स का इस्तेमाल किया जाता है. 

इस वजह से मैदे में पोषण न के बराबर बचता है. यही वजह है कि इसे सेहत के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है.

बात रही रिजल्ट्स की तो अगर आप अनुशासन के साथ जिम करते हैं तो किसी भी समय जिम करना आपके लिए फायदेमंद ही होगा.