जब तक हम फिट एंड फाइन रहते हैं तब तक हमे किसी बीमारी का एहसास नहीं होता है. जैसे ही हमारे स्वास्थ्य में जरा सा भी बदलाव होता है तो हमारा शरीर इस ओर इशारा देना शुरू कर देता है.
इन्हीं संकेतों में से एक है यूरिन का कलर. अगर यूरिन के कलर में बदलाव आ रहा है तो यह शरीर में होने वाले बदलावों की ओर संकेत दे रहा है. इसकी वजह पानी की कमी हो सकती है.
जब आप बहुत देर तक पानी नहीं पीते हैं तो आपका पेशाब पीला पड़ना शुरू हो जाता है ऐसा पानी की कमी के कारण होता है.
अगर आपका यूरिन सफेद तरह का दिखाई देता है तो इसका मतलब है कि आपकी सेहत बिल्कुल ठीक हैं. लेकिन कभी-कभी ज्यादा पानी पीने की वजह से भी यह हो सकता हैं.
ऐसे में इलेक्ट्रोलाइट्स जैसे जरूरी मिनरल्स और सॉल्ट कम हो सकते हैं. यह स्थिति आपके ब्लड में रासायनिक असंतुलन यानी की कैमिकल इम्बैलेंस को भी जन्म देती है.
यूरिन का कलर गाढ़ा पीला होने पर आपको ज्यादा पानी पीने की जरूरत है. जब आपका पेशाब का रंग गाढ़ा पीला हो जाता है तो इसका मतलब है कि आप डिहाइड्रेटेड हो चुके हैं और आपको तुरंत पानी पीने की जरूरत है.
अगर आपका पेशाब का रंग पीला है यह चमकीला है इसका मतलब है आपने बहुत ज्यादा सप्लीमेंट लिए हैं. डॉक्टर की सलाह पर ही सप्लीमेंट लें.
विटामिस सी का ज्यादा सेवन करने से पेशाब का रंग सतरंगी कलर का हो जाता है. जब आप किसी लिवर संबंधित बीमारी का शिकार हो जाते हैं तो बिलीरुबिन नाम का पदार्थ आपके पेशाब में बनने लगता है. जिसके कारण पेशाब का रंग संतरी हो जाता है.
लाल या गुलाबी रंग का पेशाब बैक्टीरिया स्यूडोमोना, जो कि मूत्र में संक्रमण का कारण बनता है और आपके पेशाब के रंग को हरा बना सकता है. ठीक इसी तरह प्रोपोफोल दवा भी आपके पेशाब के रंग में बदलाव ला सकती है.