इन दिनों रिवर्स डाइटिंग का ट्रेंड काफी बढ़ गया है.
ये पोषण स्ट्रैटेजी एथलीट्स, फिटनेस फ्रीक लोगों या फिर जो लोग तेजी से अपना वजन घटाना चाहते हैं उनके बीच काफी तेजी से लोकप्रिय हुई है.
रिवर्स डाइटिंग को डाइट के बाद की डाइट भी कहा जाता है.
इसे कोई भी अपना सकता है- बॉडी बिल्डर से लेकर एथलीट्स और खिलाड़ियों तक.
हम सब जानते हैं कि डाइटिंग का मुख्य अर्थ है अपने कैलोरी इंटेक यानी आप जितनी कैलोरी खा रही हैं उसे कम करना.
रिवर्स डाइटिंग में कैलोरी कम करने के बजाय कैलोरी को धीरे-धीरे कई महीनों में बढ़ाया जाता है.
इससे असल में शरीर को ‘शौक’ यानी सदमा लगता है कि अधिक कैलोरी कैसे आ रही हैं और इससे मेटाबॉलिज्म बढ़ता है.
हालांकि यह तरीका बहुत आसान है, लेकिन इसे सही ढंग से करना जरूरी है.
रिवर्स डाइटिंग लम्बे समय तक नहीं चलती, 4 से 8 हफ्तों के बाद इन्हें बन्द कर दिया जाता है.
रिवर्स डाइटिंग कैलोरी सेवन को धीरे-धीरे बढ़ाकर और शरीर को अतिरिक्त कैलोरी में समायोजित करने की अनुमति देकर इस वजन को बढ़ने से रोक सकता है.