गर्भावस्था की शुरुआत से ही महिलाओं के शरीर में कई तरह के परिवर्तन होना शुरू हो जाते हैं. ये परिवर्तन न केवल शारीरिक होते हैं बल्कि गर्भवती को कई मानसिक बदलावों से भी गुजरना पड़ता है.
उनकी लापरवाही का सबसे अधिक असर उनके वजन पर दिखाई पड़ता है. हालांकि डिलीवरी के बाद महिलाओं का वजन बढ़ने के कई कारण भी होते हैं.
गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के खाने-पीने की मात्रा में काफी इजाफा हो जाता है. उन्हें अपने साथ-साथ बच्चे के पोषण का भी ख्याल रखना होता है.
जिसकी वजह से उनका कैलोरी इनटेक बढ़ जाता है. वजन बढ़ने की ये सबसे प्राथमिक वजह होती है.
बच्चा होने के बाद अधिकतर महिलाएं शरीर से काफी कमजोर हो जाती हैं, जिसके कारण उनकी फिजिकल एक्टिविटी भी कम हो जाती है. इस वजह से भी शरीर का वजन बढ़ता है.
कुछ महिलाएं डिलीवरी के बाद स्ट्रेस और पोस्टपार्टम डिप्रेशन में चली जाती हैं. यह भी वेट गेन करना का प्रमुख कारण हो सकता है.
प्रेग्नेंसी के दौरान हाइपोथायरॉयड बीमारी भी वजन बढ़ने का कारण हो सकती है.
सर्जरी से अगर डिलीवरी होती है, तो मोटापा बढ़ने के चांस अधिक होते हैं.
डिलीवरी के बाद अगर पीरियड्स अनियमित हो तो वजन बढ़ने की संभावना अधिक होती है.