एक्सपर्ट के मुताबिक डायबिटीज के रोगियों को शहतूत का सेवन करना चाहिए. इसमें मौजूद प्लाज्मा ग्लूकोज को बढ़ाता है जो इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है. यह ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार होता है.
नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन के मुताबिक शहतूत में पॉलीफेनोल्स और फ्लेवोनॉयड जैसे प्लांट बेस्ट कंपाउंड पाए जाते हैं, जो कैंसर सेल्स को कम करने में सहायक होते हैं.
शहतूत में विटामिन-ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है. जो एक एंटीऑक्सीडेंट की तरह काम करता है. जिसका सीधा असर हमारी आंखों को मिलता है और आंखों की रोशनी बढ़ती है.
शहतूत में विटामिन-सी अच्छी मात्रा में पाई जाती है. ऐसे में यह रोग से लड़ने में हमारी मदद करता है और इम्यूनिटी पावर को बढ़ाता है.
शहतूत में सायनाइडिंग 3 ग्लूकोसाइड नाम का फाइटोन्यूट्रिएंट्स पाया जाता है. जो ब्लड को साफ करने के साथ ही इसके सर्कुलेशन में सुधार भी करता है.
शहतूत में कैल्शियम भरपूर मात्रा में पाया जाता है. इस तरह यह हड्डियों के लिए बेहद लाभकारी साबित हो सकता है.
शहतूत को पाचन तंत्र के लिए अच्छा माना जाता है. यह डाइजेस्टिव सिस्टम में सूजन को कम और पाचन में सुधार करने में मदद कर सकता है.
शहतूत में एंटी-एजिंग गुण पाए जाते हैं. जिसके सेवन से त्वचा की झुर्रियों को दूर करने में मददगार हो सकता है.