बदलते मौसम के साथ सर्दी-खांसी की समस्या आम है. लंबे समय तक खांसी कई दिक्कतें पैदा कर सकती है. ऐसे में पुरानी खांसी को ठीक करने का एक रामबाण इलाज है.
अडूसा के पौधे को वसाका भी कहा जाता है. आयुर्वेद में इसे खांसी के इलाज के तौर पर भी इस्तेमाल किया जाता है.
डॉक्टर के अनुसार अडूसा एक नैचुरल कफ सिरप है. यह बार-बार होने वाली खांसी और गले की खराश में फायदेमंद है.
अडूसा के पौधे में ऐसे तत्व होते हैं, जो खांसी के कारण छाती में होने वाले भारीपन और बेचैनी को कम करते हैं. इसके सेवन से बंद नाक भी खुल जाएगी.
अडूसा के पौधे में पाए जाने वाले गुण खांसी में बनने वाले कफ को कम करते हैं. ये अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, साइनसाइटिस जैसी समस्याओं का भी इलाज है.
खांसी और उससे जुड़े लक्षणों से राहत पाने के लिए आप दवाओं या कफ सिरप की जगह अडूसा के पत्तों का रस ले सकते हैं.
अडूसा के पत्तों का रस बनाने के लिए आप पत्तों को खरल में पीस लें रस निकालकर अलग कर लें. अच्छे रिजल्ट के लिए आप रोजाना खाली पेट 5-10 ml जूस पी सकते हैं.
एक बर्तन में चार कप पानी डालकर गर्म करें और उसमें पांच तुलसी के पत्ते और दो अडूसा के पत्ते और आधा चम्मच गुड़ डालकर अच्छी तरह उबाल लें, इस काढ़े से खांसी में राहत मिल सकती है.