नीम के पत्तों के एक-दो नहीं, इतने फायदे

नीम के पत्तों में मौजूद एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटीवायरल प्रॉपर्टीज संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया से लड़ते हैं और वायरल सर्दी-खासी से लड़ने के लिए शरीर को तैयार करते हैं. 

नीम के पत्तों और बेर के पत्तों को पानी में उबालें और फिर ठंडा कर इससे बाल धो लें. इससे बालों का गिरना बंद हो जाएगा. 

बिच्छू के काटने पर नीम के पत्ते मसलकर या पीसकर काटे गए स्थान पर लगाने से जलन कम होती है और जहर का असर भी कम होता है.  

नीम की पत्तियों को एक कप पानी में मिलाकर पीने से हैजा ठीक हो जाता है.

नीम की पत्तियों के काढ़े बनाकर उसमें धनिया और सौंठ का चूर्ण मिलाकर पीने से मलेरिया ज्वर में जल्दी लाभ मिलता है. 

नीम की पत्तियां चबाने से रक्त साफ होता है और त्वचा चमकदार होती है. 

पाचन से जुड़ी समस्या में भी नीम की पत्तियां फायदेमंद हैं. नीम की तासीर ठंडी होती है. नीम के पत्तों का सेवन करने से एसिडिटी और सीने में जलन की समस्या दूर हो जाती है. 

नीम के पत्ते, छाल और फलों को बराबर मात्रा में पीसकर इसे लगाने से फोड़े-फुंसियां और घाव जल्दी ठीक हो जाते हैं.

नीम की पत्तियां चबाने से मुंह की सफाई होती है. मसूड़ों में होने वाले संक्रमण और दांतों की सड़न को रोकने में भी नीम की पत्तियां मददगार मानी जाती हैं.

नीम की छाल जलाकर जो भस्म निकले उसे तुलसी के रस के साथ लगाने से त्वचा के दाग व चर्म रोग ठीक होते हैं.