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खून देने से शरीर में खून की स्थायी कमी नहीं होती, क्योंकि शरीर खोए हुए खून की भरपाई खुद कर लेता है.
एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में लगभग 5-6 लीटर खून होता है, और ब्लड डोनेशन में केवल 350-450 मिलीलीटर खून लिया जाता है.
शरीर खोए हुए खून की भरपाई 24 से 48 घंटे में कर लेता है, जबकि लाल ब्लड सेल्स पूरी भरपाई दो सप्ताह में हो जाती है.
नियमित ब्लड डोनेशन से शरीर में कोई कमजोरी नहीं आती, बल्कि यह ब्लड फ्लो को बेहतर बनाने में मदद करता है.
खून देने के बाद हल्का थकान महसूस हो सकती है, लेकिन पर्याप्त पानी और पौष्टिक भोजन लेने से जल्दी रिकवरी हो जाती है.
ब्लड डोनेशन करने से शरीर में नई और हेल्र्दी ब्लड सेल्स बनती हैं, जिससे संचार प्रणाली बेहतर बनी रहती है.
डॉक्टर ब्लड डोनेशन से पहले जांच करते हैं कि दाता पूरी तरह स्वस्थ है या नहीं, जिससे किसी भी स्वास्थ्य समस्या का जोखिम न हो.
हर तीन महीने में एक बार ब्लड डोनेशन सुरक्षित माना जाता है, और यह शरीर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाता.
खून देने के बाद कुछ देर आराम करना और भरपूर पानी पीना जरूरी होता है, जिससे शरीर जल्दी सामान्य हो जाए.
नोट- यहां बताई गईं सभी बातें सामान्य जानकारी पर आधारित है. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.