खतरे की निशानी है अचानक ब्लड प्रेशर का कम होना

By: Shivanand Shaundik

रक्तचाप में अचानक गिरावट होना, इस स्थिति को हाइपोटेंशन कहा जाता है. यह कई कारणों से हो सकता है.

रक्तचाप को मिलीमीटर पारा (mmHg) में मापा जाता है. हाइपोटेंशन को आमतौर पर 90 mmHg के सिस्टोलिक और 60 mmHg के डायस्टोलिक के रूप में परिभाषित किया जाता है. सामान्य रक्तचाप को 120/80 mmHg  को माना जाता है.

जब रक्तचाप बहुत कम हो जाता है, तो इससे कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती है. रक्तचाप जितना कम या अधिक होता है, समस्याएं उतनी ही ज्यादा बढ़ती जाती है.

रक्तचाप में अचानक कमी आने से चक्कर आना, थकान लगना और कमजोरी महसूस होना जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं.

कई बार गर्मी, धूप भी अचानक से ब्लड प्रेशर गिरने का एक कारण हो सकता है. इसकी वजह से बॉडी डिहाइड्रेट होती है, जो लो बीपी का कारण बनता है. तापमान बढ़ने पर भी ब्लड प्रेशर गिर सकता है.

हृदय मांसपेशियों की बीमारी, हृदय गति रुकना, बुखार, उल्टी, दस्त भी ब्लड प्रेशर गिरने का कारण हो सकता है. दवाइयों और शराब के दुष्प्रभाव से भी ब्लड प्रेशर कम हो सकता है.

ब्लड प्रेशर से बचने के लिए आपको अपना पूरा ध्यान रखने की जरूरत है. इसके लिए अपनी जीवनशैली और डाइट का पूरा ख्याल रखें.

लो ब्लड प्रेशर के बचने के लिए पर्याप्त पानी पिएं, खुद को हाइड्रेट रखें. नारियल पानी, जूसे, नींबू पानी का सेवन करें.

फलों और सब्जियों का अधिक मात्रा में सेवन करें. पूरे 7-8 घंटे की नींद लें, तनाव मुक्त रहें. अधिक तापमान और धूप में घर से बाहर निकलने से बचें.

अगर आपका अचानक से ब्लड प्रेशर गिर जाता है, तो यह स्थिति गंभीर हो सकती है. लेकिन कुछ मामलों में यह ठीक हो जाता है. लेकिन जब लो ब्लड प्रेशर के लक्षण नजर आए, तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें.