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मेमोरी लॉस तब होती है, जब आपको उन चीजों को याद रखने में लगातार समस्या होती है जिन्हें आप पहले याद कर सकते थे.
मेमोरी लॉस के दों प्रकार हैं-क्विक मेमोरी लॉस यह आमतौर पर अचानक बीमारी, चोट या अन्य घटनाओं के कारण होता है. और डेवलेपमेंटल मेमोरी लॉस जो धीरे-धीरे होती है.
आधुनिक जीवनशैली में युवा पीढ़ी के बीच मेमोरी लॉस की समस्या तेजी से बढ़ रही है. इसमें खराब लाइफस्टाइल मुख्य कारण है.
एक ही प्रश्न को कई बार पूछना, हाल ही की बातचीत याद रखने में परेशानी होना, चीजों को गलत जगह पर रखना इसके लक्षण हो सकते हैं.
शराब पीने से मानसिक क्षमता प्रभावित हो सकती है.
मोबाइल, हेडफोन और इयरबड के ज़्यादा इस्तेमाल करने से ब्रेन टिशु डैमेज होते हैं.
दवा जैसे- एंटीकोलीनर्जिक (Nevers Relaxation),नींद की गोलियां, डोपामाइन एगोनिस्ट, बीटा-ब्लॉकर्स मेमोरी लॉस का कारण बन सकती हैं.
आधुनिक जीवनशैली में तनाव, चिंता और डिप्रेशन काफी आम हो गए हैं. इनके कारण भूलने की बीमारी हो सकती है.
स्लीप एपनिया (Sleep Disorder) का इलाज न किए जाने पर याददाश्त पर असर पड़ सकता है.
नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. Gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.