पीपल का पेड़ औषधीय गुणों से भी संपन्न है, जो कई तरह की बीमारियों के लिए रामबाण दवा का काम करता है.
पीपल का वैज्ञानिक नाम फिकस रेलिगिऔस (ficus religiosa) होता है. पीपल के पेड़ का खास आयुर्वेदिक महत्व होता है.
इतना ही नहीं, इस पेड़ की पत्तियां, छाल और फल का इस्तेमाल करने से शरीर में मौजूद कई तरह की समस्याओं का इलाज किया जा सकता है.
पीपल के पत्ते प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीज, कॉपर एंटीडायबिटिक, एंटी-इन्फ्लेमेटरी, एंटीऑक्सीडेंट्स, एंटी बैक्टीरियल, एंटी-एम्नेसिया गुणों से भरपूर होता है.
पीपल की पत्तियों को पित्त नाशक कहा जाता है. पीपल के पत्ते पेट संबंधी समस्या जैसे गैस और कब्ज़ को दूर करने में सहायक होते हैं.
पीपल के पत्तों को उबालकर पीने से शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है.
खून के बहाव में रुकावट पैदा होने पर पीपल के पत्तों का रस बहुत ही लाभकारी होता है.
पीपल के पत्तों को उबालकर पीने से पीलिया रोग में भी आराम मिलता है.
किसी व्यक्ति को कोई ज़हरीला जीव-जंतु काट ले तो पीड़ित व्यक्ति को थोड़े-थोड़े समय के अंतराल में पीपल के पत्तों का रस पिलाते रहें. इससे जहर का असर कम हो सकता है.