हम अक्सर बिना सोचे समझे क्लिनिक स्टोर से सीधा आई ड्रॉप ले लेते हैं.
अब ऐसे ही भारत के ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर की आई ड्रॉप एज्रीकेयर आर्टिफिशियल टीयर्स खबरों में है.
अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन ने कहा था कि इस आई ड्रॉप के इस्तेमाल से तीन लोगों की मौत, आठ लोगों में अंधापन और दर्जनों इंफेक्शन के मामले सामने आए हैं.
हालांकि, भारत के सीडीएससीओ और तमिलनाडु ड्रग कंट्रोलर ने इसे हरी झंडी दिखाते हुए कहा है कि इसमें कोई खराबी नहीं है.
लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर आर्टिफिशियल टीयर्स का प्रोडक्शन रोकने के लिए कहा गया है.
ऐसे में जरूरी है कि आप भी आई ड्रॉप्स खरीदते और इस्तेमाल करते हुए कुछ बातों का जरूर रखें.
जब भी आई ड्रॉप का इस्तेमाल करें उससे पहले अपने हाथों को अच्छी तरह धोएं.
आंखों के आसपास ड्रॉप्स की छींटों को पोंछने के लिए हाथ का इस्तेमाल न करें, टिश्यू यूज करें.
आई ड्रॉप डालने के बाद पलक झपकाने, आईबॉल्स को इधर-उधर करने और पलकों को कसकर बंद बिलकुल भी न करें.
ड्रॉप के बॉक्स पर जो भी निर्देश लिखे हैं उन्हें जरूर पढ़ें.
लेबल पर लिखी एक्सपायरी डेट का जरूर ध्यान रखें. साथ ही उसे कैसे और कहां स्टोर करना है उसका ध्यान रखें.
इसके अलावा, आई ड्रॉप की टिप को गलती से भी अपनी आंख पर टच न करें. क्योंकि इससे बैक्टीरिया आंखों में जा सकते हैं.