बार-बार लगती है प्यास, कहीं इस बीमारी का संकेत तो नहीं

यदि आपको बार-बार प्यास लग रही है, तो सावधान हो जाएं. बार-बार प्यास लगना खतरनाक बीमारी की ओर इशारा कर सकता है.

आइए जानते हैं कि बार-बार प्यास लगना किस बीमारी का संकेत दे सकता है.

डायबिटीज बार-बार प्यास का लगना इस बीमारी एक प्रमुख लक्षण है. डायबिटीज में खून में शुगर की मात्रा बढ़ जाती है, जिसको किडनी आसानी से छान नहीं पाती है.

ये शुगर यूरिन के साथ बाहर निकलती रहती है, जिसकी वजह से शरीर में पानी की कमी हो जाती है. यही बार-बार प्यास लगने की वजह बनती है.

डिहाईड्रेशन शरीर में पानी की कमी को डीहाईड्रेशन कहते हैं.  यह फूड पॉयजनिंग, हीटवेव, डायरिया, इन्फेंक्शन, फीवर या बर्निंग की वजह से होती है.

इसके लक्षण हैं - बार-बार प्यास का लगना, मुंह का सूखना, थकान, उल्टी, मतली और बेहोशी. सही मात्रा में पानी और जरूरी इलेक्ट्रोलाईट्स देकर इस बीमारी को ठीक किया जा सकता है.

एंग्जायटी धड़कन का बढ़ जाना, बेचैनी और घबराहट का महसूस होने को ही एंग्जायटी कहते हैं.

एंग्जायटी में मुंह भी सूखने लगता है, कुछ एंजाइम मुंह में बनने वाली लार की मात्रा में भी कमी ला देते है. इन कारणों से अधिक प्यास लगने लगती है.

अपच अधिक तेलयुक्त या मसालेदार भोजन पचाने में मुश्किल होता है. शरीर को गरिष्ठ भोजन पचाने के लिए अधिक पानी की जरूरत होती है. इससे शरीर में पानी की कमी होने लगती है और ज्यादा प्यास लगने लगती है.

अधिक पसीना आना गर्म और आद्र जलवायु में अधिक पसीना आना पानी की कमी का कारण बनता है. जिसके बाद हमारा शरीर तापमान संतुलित करने के लिए अधिक पानी की मांग करता है.