पहले हार्ट प्रॉब्लम्स की शिकायत बुजुर्गों में ज्यादा होती थी. लेकिन अब युवा भी इसकी चपेट में आने लगे हैं. हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट से जान जा सकती है.
हार्ट की नस ब्लॉक होने से हार्ट अटैक की समस्या होती है. जबकि सडन कार्डियक अरेस्ट दिल की इलेक्ट्रिकल एबनॉर्मलिटी की वजह से होता है.
दिल की इलेक्ट्रिकल गति अनियमित हो जाने से धड़कन असामान्य हो जाती है. कुछ उपाय ऐसे हैं, जो कार्डियक अरेस्ट से बचाव में मदद कर सकते हैं.
रोजाना 15-20 मिनट की एक्सरसाइज हार्ट को हेल्दी रखती है. एक्सरसाइज करने से धमनियों में प्लाक जमा होने से रोकने में मदद मिलती है. इससे कार्डियक अरेस्ट से बचा जा सकता है.
हार्ट का हेल्दी होना आपके खानपान पर निर्भर करता है. अगर खानपान सही नहीं है तो दिक्कत हो सकती है. कार्बोहाइड्रेट, शुगर और ऑयली फूड हार्ट के लिए नुकसानदायक हैं.
अगर आप मोटे हैं तो वजन कम करना होगा. रिसर्च के मुताबिक मोटे लोगों में हार्ट की बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है. इसलिए ज्यादा खाने से परहेज करना चाहिए, ताकि मोटापा ना हो.
धूम्रपान और शराब पीने से हार्ट को काम करने में दिक्कत आ सकती है और बीपी भी बढ़ सकता है. इससे कार्डियक अरेस्ट का जोखिम बढ़ता है. इसलिए इसका सेवन नहीं करना चाहिए.
मानसिक तनाव कार्डियक अरेस्ट के मुख्य कारणों में से एक है. इसलिए भावनात्मक तनाव से बचना चाहिए.
Disclaimer: यहां दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है. इसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.