(Photos Credit:Getty)
आपने हार्ट अटैक और हार्ट फेल, दोनों की घटनाएं सुनी होंगी.
कई लोगों को लगता है कि ये दोनों एक ही चीज़ें हैं. लेकिन दरअसल दोनों में फर्क होता है.
बात करें हार्ट अटैक की तो यह तब होता है जब आपके दिल की नसें ब्लॉक हो जाती हैं.
जब आपके दिल की एक नस ब्लॉक होती है तो उसे एंजियोग्राफी से ठीक किया जा सकता है. जब तीन नसें ब्लॉक हो जाएं तो बाइपास सर्जरी की जरूरत होती है.
अगर ब्लॉकेज मामूली है तो उसे दवाइयों से भी ठीक किया जाता है. जब यही ब्लॉकेज बढ़कर 80-100 प्रतिशत तक पहुंच जाए तो इंसान को हार्ट अटैक आता है.
बात करें हार्ट फेलियर की तो यह तब होता है जब आपका दिल सही तरह काम नहीं कर पाता.
जब आपके दिल की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं तो हार्ट फेलियर की स्थिति हो सकती है.
हार्ट फेलियर आमतौर पर ब्लड प्रेशर बढ़ने से होता है. जबकि हार्ट अटैक का एक प्रमुख कारण कोलेस्ट्रॉल है.
अगर आपको इनमें से किसी भी दुर्घटना का खतरा है तो इसे समझने और इससे बचने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें.