आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में हमें नई-नई बीमारियों ने घेर लिया है. पीसीओएस या पीसीओडी एक ऐसी ही बीमारी है.
इसका सबसे बड़ा कारण होता है हार्मोनल इम्बैलेंस. जब शरीर में हार्मोन्स बिगड़ जाते हैं और जिस तरह उन्हें फंक्शन करना चाहिए उस तरह नहीं करते हैं तब ये बीमारी होती है.
इस बीमारी में एंड्रोजन हाई हो जाता है, जिसकी वजह से चेहरे पर मुंहासे हो जाते हैं, प्रेगनेंसी में प्रॉब्लम, शरीर पर ज्यादा बाल, साथ ही पीरियड्स में दिक्कत आ सकती है.
जब आपकी पीरियड साइकिल में दिक्क्त आनी शुरू हो जाए तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
अगर शरीर का वजन एकदम से बढ़ने लगे तो डॉक्टर के पास जाएं. या जब चेहरे पर बाल आने शुरू हो जाएं तब भी लड़कियों को इलाज के लिए जाना चाहिए.
हालांकि, इसका कोई परमानेंट ट्रीटमेंट नहीं है. ये जिंदगी भर चलती है, लेकिन इस बीमारी के सिम्पटम्स को कंट्रोल किया जा सकता है.
बीमारी कंट्रोल में रहे इसके लिए जरूरी है कि अपनी हेल्थ का ख्याल रखें. एक्सरसाइज करें, डाइट सही रखें, हेल्दी फूड खाएं.
डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करना चाहिए जो एंड्रोजन हार्मोन्स के उत्पादन को कम कर सकें. साथ ही ऐसी चीजें भी खानी चाहिए जिससे प्रोजेस्टेरॉन और एस्ट्रोजेन हार्मोन का उत्पादन बढ़ाया जा सके.
ऐसे कार्बोहाइड्रेट वाले भोजन का सेवन करें जिसमें फाइबर की मात्रा अधिक हो. खाने में फल और सब्जियां, साबुत अनाज और दालें शामिल करें.
इसके साथ बिना चर्बी वाली चीजें जैसे ग्रीन टी और ब्लैक टी, अदरक, हल्दी, काली मिर्च, तेजपत्ता, सौंफ, अजवाइन, जीरा, धनिया, चक्रफूल, लौंग, दालचीनी, रोजमेरी, थाइम आदि मसालों को भी डाइट में शामिल करें.
मिठाइयां और डेजर्ट्स हों या प्रोसेस्ड फूड जैसे- चिप्स, मफिन्स, ब्रेड आदि जिनमें चीनी की मात्रा अधिक होती है से परहेज करें.
अधिक मात्रा में शराब का सेवन करने से भी ब्लड शुगर का लेवल बढ़ सकता है और वजन बढ़ सकता है, इससे परहेज करें.