Photos: Pixabay
गोश्त प्रोटीन का एक बहुत अच्छा स्रोत है. होता भी लज़ीज़ है. लेकिन अगर ठीक से न पके तो सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.
एक्सपर्ट्स के अनुसार, अधपके या कच्चे गोश्त को खाने से सबसे पहले फूड पॉइजनिंग हो सकती है.
दरअसल गोश्त में बैक्टीरिया मौजूद होता है, जो उसे पकाने पर मर जाता है और गोश्त खाने के लिए सुरक्षित होता है.
लेकिन जब आप गोश्त ठीक से नहीं पकाते तो यह बैक्टीरिया गोश्त में जिन्दा रह जाता है और खाते हुए आपके पेट में चला जाता है.
कच्चे गोश्त में सैल्मनेला और लिस्टेरिया जैसा बैक्टीरिया मौजूद होता है. ये बैक्टीरिया पाचन तंत्र में गड़बड़ी करने के लिए जिम्मेदार होता है.
फूड पॉइजनिंग से उल्टियां होने लगती हैं, सिरदर्द होता है, बुखार आने लगता है. डायरिया भी हो सकता है.
ये लक्षण एक दिन से लेकर एक हफ्ते तक रह सकते हैं. अगर बैक्टीरिया गंभीर असर छोड़ दे तो ठीक होने में ज्यादा समय भी लग सकता है.
वहीं जब आप मीट को अच्छी तरह पका लेते हैं तो उसमें मौजूद प्रोटीन टूट जाता है जिससे गोश्त को चबाना और पचाना आसान हो जाता है. साथ ही हानिकारक बैक्टीरिया भी मर जाता है.
खजूर प्राकृतिक रूप से मीठा होता है. हालांकि इसे भी सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए.