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कुछ लोगों को दूध में मौजूद प्रोटीन से एलर्जी होती है, जिससे त्वचा पर चकत्ते, सूजन या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. ऐसे लोगों को दूध से बचना चाहिए.
दूध में मौजूद हार्मोनल तत्व त्वचा में तेल की मात्रा बढ़ा सकते हैं, जिससे कुछ लोगों को एक्ने की समस्या बढ़ सकती है.
जिन लोगों को पेट में जलन, एसिडिटी या अल्सर की समस्या होती है, उन्हें दूध से दूर रहना चाहिए क्योंकि इससे पेट में जलन बढ़ सकती है.
दूध की ठंडक और बलगम बनाने की प्रवृत्ति के कारण अस्थमा से पीड़ित लोगों के लक्षण बढ़ सकते हैं.
दूध का सेवन पेट में सूजन या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम जैसी समस्याओं को बढ़ा सकता है.
कुछ अध्ययनों के अनुसार, ज्याद दूध पीने से ऑस्टियोपोरोसिस का जोखिम बढ़ सकता है. ऐसे लोगों को डॉक्टर की सलाह से ही दूध का सेवन करना चाहिए.
दूध में ज्यादा मात्रा में कैल्शियम होता है, जो किडनी की समस्याओं से पीड़ित लोगों के लिए नुकसानदायक हो सकता है.
जिन लोगों को टाइप-2 डायबिटीज है, उन्हें दूध में मौजूद कार्बोहाइड्रेट्स के कारण इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए.
इस दावों की पुष्टि gnttv.com नहीं करता है. विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें.