हम बीमार क्यों होते हैं ? जानें ज्योतिषीय कारण और उपाय 

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बीमारियों के होने की तीन प्रमुख वजह है, शारीरिक, मानसिक और ग्रहीय. 

शारीरिक समस्याओं के पीछे मुख्यतः सूर्य होता है. मानसिक समस्याओं के पीछे चंद्र होता है. ग्रहीय समस्याएं विभिन्न ग्रहों से उत्पन्न होती हैं.

कभी-कभी हमारी संगति और वातावरण से भी बीमारियां हो जाती हैं. सूर्य का कमजोर होना भी स्वास्थ्य ख़राब करता है. 

कुण्डली में लग्न का स्वामी भी शरीर से संबंध रखता है. अगर लग्नेश भी कमजोर है तो शरीर कमजोर हो जाता है. इसके लिए सूर्य की उपासना अवश्य करें. साथ ही साथ शिव जी की उपासना से भी विशेष लाभ होता है.

मन से संबंध रखने वाला मुख्य ग्रह चंद्रमा है. चंद्रमा का गड़बड़ होना मन को कमजोर करता है. मानसिक समस्याओं की स्थिति में उपवास बहुत कारगर है.

एकादशी और पूर्णिमा का उपवास विशेष लाभकारी है. खान पान को अधिक से अधिक सात्विक बनायें. साथ ही नियमित रूप से मंत्र जप और कीर्तन करें.

अलग-अलग ग्रह कमजोर होने पर अलग अलग तरह की बीमारियां देते हैं. परन्तु अगर कुंडली का सुरक्षात्मक ग्रह मजबूत है तो व्यक्ति बीमार होने पर भी ठीक हो जाता है. 

जिस ग्रह से समस्या है, उसके उपाय करें. उलटे सीधे तंत्र मंत्र आदि के चक्कर में न पड़ें. ग्रहों के लिए सलाह लेकर ही रत्न धारण करें.