महिलाओं की उम्र बढ़ने के साथ उनके शरीर में कुछ बदलाव आने लगते हैं.
ये बदलाव उनके लुक, हड्डियों, हॉर्मोन्स और समग्र स्वास्थ्य में हो सकते हैं. कम उम्र में ही उन्हें तमाम बीमारियां घेरना शुरू कर देती हैं.
इससे बचने के लिए महिलाओं को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना चाहिए, साथ ही 30 की उम्र के बाद 5 टेस्ट जरूर करवाने चाहिए.
अगर आप 30 साल की हो गई हैं तो समय आ गया है कि आप अपने कार्डियोवैस्कुलर स्वास्थ्य को गंभीरता से लें. 20 साल की उम्र के बाद हर व्यस्क को हर दो साल में ब्लड प्रेशर और कॉलेस्ट्रॉल की जांच करानी चाहिए.
महिलाओं को अपने ब्लड शुगर, त्वचा में होने वाले बदलावों पर भी ध्यान देना चाहिए, क्योंकि 30 की उम्र के बाद नए मस्से, तिल होना आम बात है. साथ ही हर 6 महीने में अपना फुल-बॉडी चेकअप कराना न भूलें.
सेहत के प्रति लापरवाही बरतने और हर माह पीरियड होने के कारण ज्यादातर महिलाओं के शरीर में खून की कमी हो जाती है. समय-समय पर महिलाओं को कंप्लीट ब्लड काउंट टेस्ट करवाना चाहिए.
ये एक ब्लड टेस्ट है जिसके जरिए लाल रक्त कोशिकाओं (RBC), श्वेत रक्त कोशिकाओं (WBC), हीमोग्लोबिन, हेमटोक्रिट (Hct) और प्लेटलेट्स आदि की जानकारी मिल जाती है.
अगर फैमिली में ब्रेस्ट या सर्वाइकल कैंसर की फैमिली हिस्ट्री रही है, तो महिलाओं को 30 के बाद मेमोग्राम और पैप स्मीयर टेस्ट डॉक्टर की सलाह लेकर करवाना चाहिए.
थायरॉयड के कारण शरीर में हॉर्मोनल असंतुलन होता है और कई तरह की परेशानियां सामने आती हैं. ज्यादातर ये समस्या 30 के आसपास ही महिलाओं को घेरती है. ऐसे में इससे बचाव के लिए समय-समय पर जांच कराते रहना चाहिए.