कई मौकों पर चुप्पी साध लेने से ज्यादा जरूरी कुछ नहीं होता.
ये वो मौके होते हैं जब आप बोलना तो चाहते हैं लेकिन चुप रहने में ही भलाई होती है.
आइए जानते हैं मनुष्य को किस परिस्थिति में चुप्पी साध लेनी चाहिए.
1. गुस्से में हमेशा शांत रहने का विकल्प चुनें.
2. चुप रहें अगर आपके कुछ कहने से दोस्ती में दरार पड़ रही हो.
3. वहां हमेशा चुप रहें जहां आपके शब्दों की कीमत न हो.
4. चुप रहें अगर आपको पूरी बात न पता हो.
5. तब भी चुप रहें जहां आपके कुछ कहने से किसी का भरोसा टूटे.
6. आपके बोलने से अगर किसी को ठेस पहुंचे तो इस परिस्थिति में चुप्पी साध लें.
7. अगर कोई आपसे कुछ भावुक बातें शेयर कर रहा हो तो चुप चाप उसकी बात सुनें, बीच में टोके नहीं.