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पेट्रोल की गंध कई लोगों को अच्छी लग सकती है, लेकिन इसके पीछे छिपे जोखिम और नुकसान भी होते हैं.
पेट्रोल में बेंजीन और दूसरे केमिकल कंपाउंड्स होते हैं, जो कुछ समय के लिए अच्छे लग सकते हैं.
इन केमिकल्स के बार-बार संपर्क में आना खतरनाक साबित हो सकता है.
पेट्रोल में मौजूद केमिकल, विशेषकर बेंजीन, फेफड़ों और सांस की नली को प्रभावित कर सकते हैं. लंबे समय तक इनके संपर्क में होने से सांस लेने में दिक्कत, खांसी, और फेफड़ों की बीमारियां हो सकती हैं.
पेट्रोल की गंध का लगातार संपर्क ब्रेन और नर्वस सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. इससे सिरदर्द, चक्कर आना, थकान, हो सकती है.
पेट्रोल में मौजूद बेंजीन एक कार्सिनोजेन है. लंबे समय तक इसके संपर्क में रहने से ल्यूकेमिया (ब्लड कैंसर) का खतरा बढ़ सकता है.
अगर पेट्रोल की गंध को लंबे समय तक सूंघा जाए, तो इससे चक्कर, उल्टी, और सांस लेने में कठिनाई हो सकती है. आप बेहोश भी हो सकते हैं.
इससे लिवर डैमेज होने का खतरा बढ़ सकता है.
ऐसे में जरूरी है कि आप पेट्रोल से दूर रहने की कोशिश करें. जब भी इसका उपयोग करें, तो सावधानीपूर्वक करें.
नोट- यहां बताई गई बातें सामान्य जानकारी पर आधारित हैं. gnttv.com इसकी पुष्टि नहीं करता है.