आप इंट्रोवर्ट हैं या एक्स्ट्रोवर्ट? 

क्या आपने कभी खुद को लेकर यह सवाल पूछा है कि आप 'इंट्रोवर्ट' हैं या 'एक्स्ट्रोवर्ट'?

या फिर आप किसी पार्टी में शामिल होकर भी अपने आप को अकेला महसूस करते हैं?

दरअसल, इसका सारा लिंक आपके इंट्रोवर्ट या एक्स्ट्रोवर्ट होने से होता है.

आप इंट्रोवर्ट हैं या एक्सट्रोवर्ट, ये आप कुछ चीजों पर ध्यान देकर पता कर सकते हैं.

ध्यान दें कि आप सबसे ज्यादा ऊर्जावान कहां महसूस करते हैं - लोगों के आसपास या जब आप अकेले हों.

एक्सट्रोवर्ट लोग आमतौर पर लोगों के साथ खुश रहते हैं और एनर्जेटिक फील करते हैं जबकि इंट्रोवर्ट इनसे ठीक उलट होते हैं.

ज्यादा लोगों में अपना कम्फर्ट लेवल देखें. एक्सट्रोवर्ट  लोग इन स्थितियों में ज्यादा कम्फर्टेबल फील करते हैं. जबकि इंट्रोवर्ट लोग छोटे ग्रुप में सहज महसूस करते हैं.

एक्सट्रोवर्ट  लोग अक्सर स्मॉल टॉक में खुश होते हैं, जबकि इंट्रोवर्ट  लोगों को यह उबाऊ लग सकता है.

इंट्रोवर्ट लोगों को अक्सर खुद को रिचार्ज करने के लिए एकांत जगह पसंद होती है. जबकि एक्सट्रोवर्ट लोग अकेले रहने पर बेचैनी महसूस कर सकते हैं.

एक्सट्रोवर्ट लोगों को नए लोगों से मिलना अच्छा लग सकता है. वहीं इंट्रोवर्ट लोग नए लोगों से मिलने से बचते हैं.

एक्सट्रोवर्ट लोग अक्सर दूसरों के साथ अलग-अलग टॉपिक पर चर्चा करना पसंद करते हैं, जबकि इंट्रोवर्ट लोग अपने बारे में विचार करना पसंद कर सकते हैं.