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हर किसी को खुद को आईने में देखना अच्छा लगता है. कई लोग रात में भी शीशा देखते हैं. आइए जानते हैं रात में मिरर देखना सही है या नहीं.
रात में सोने पहले शीशा देखना वास्तु और ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार अशुभ माना जाता है.
एक शोध के अनुसार रात में आईना देखना भी एक तरह का डिसआर्डर है. कहा जाता है कि रात में आईना देखने से चेहरे पर झाइयां पड़ जाती हैं.
मान्यता है कि रात को सोने से पहले शीशा देखकर सोने से बुरे सपने आते हैं. आपके शयनकक्ष में शीशा है तो रात को सोने से पहले उसे ढक दें ताकि सोते समय किसी भी सदस्य की परछाई उसमें न दिखे.
ऐसा कहा जाता है कि सुबह उठते ही दर्पण में अपना चेहरा नहीं देखना चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. पूरे दिन आलस आते रहता है.
बेड के ठीक सामने शीशा कभी नहीं लगाना चाहिए. इससे पति-पत्नी के संबंधों में खटास आ जाती है.
अचानक जब कोई आईना टूटा जाता है तो इसका मतलब है कि घर पर आई कोई बड़ी मुसीबत टल गई है, इसलिए इसे बिना देर किए घर से बाहर फेंक दें.
वास्तु के अनुसार घर की उत्तर या पूर्व दिशा में शीशा लगाना चाहिए. घर की दक्षिण और पश्चिम दिशा में आईना लगा है तो इसे तुरंत हटा दें.
टूटे हुए शीशे में कभी चेहरा नहीं देखना चाहिए, इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा आती है.