तुलसी के पौधे के कई औषधीय गुण हैं, जो इसे आयुर्वेद में महत्वपूर्ण बनाते हैं.
कई कारण है जिसके कारण आय़ुर्वेद में इसका महत्व है. जानिए वो कारण.
1. प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना : तुलसी का सेवन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है, जिससे रोगों से लड़ने की क्षमता बढ़ती है.
2. सांस संबंधी समस्याओं में लाभ : यह कफ और अस्थमा जैसी समस्याओं में राहत देती है. तुलसी की पत्तियों का काढ़ा खांसी को कम करता है.
3. तनाव और चिंता में कमी : तुलसी के पत्ते तनाव और चिंता को कम करने में मदद करते हैं. यह एक प्राकृतिक एंटी-डिप्रेसेंट के रूप में कार्य करती है.
4. पाचन में सुधार : तुलसी का सेवन पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और गैस, अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाता है.
5. एंटीऑक्सीडेंट गुण : तुलसी में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो शरीर को बीमारियों से लड़ने में मदद करते हैं.
6. त्वचा की समस्याओं में लाभ : तुलसी के पत्तों का रस त्वचा के संक्रमण, मुहांसों और अन्य समस्याओं के लिए फायदेमंद है.
7. दिल की सेहत : यह कोलेस्ट्रॉल स्तर को नियंत्रित करने और हृदय स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करती है.