भारत अपने हैंडलूम के लिए बहुत मशहूर है. भारत के लगभग हर एक राज्य में अगल-अलग तरह का हैंडलूम प्रोडक्शन होता है.
आज हम आपको बता रहे हैं अपने हैंडलूम के लिए मशहूर भारत के 10 शहरों के बारे में.
राजस्थान का जयपुर अपने किलों और शाही अंदाज के साथ-साथ हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट के लिए भी मशहूर है. यहां आप बांधनी के साथ-साथ गोटा-पट्टी, ज़री, और किनारी का काम देख सकते हैं. यहां ब्लॉक प्रिंटिंग का काम प्रसिद्ध है.
उत्तर प्रदेश का वाराणसी या बनारस अपने अद्भुत घाटों और मंदिरों के साथ-साथ बनारसी रेशम साड़ियों, ज़री कढ़ाई और ब्रोकेड के लिए प्रसिद्ध है. यह सबसे समृद्ध बुनाई शिल्प केंद्रों में से एक है जहां सोने और चांदी के धागों से कपड़े बुने जाते हैं.
गुजरात राज्य का सूरत शहर भारत के सबसे बड़े कपड़ा उद्योगों में से एक है. इसे गुजरात की टेक्सटाइल सिटी के नाम से भी जाना जाता है. सूरत की पटोला साड़ी दुनियाभर में मशहूर है. यह रेशम का साड़ी होती है जो डबल इकत बुनी जाती है.
हरियाणा के पानीपत को भारत के हैंडलूम हब के रूप में जाना जाता है. यहां पहनने से ज्यादा होम डेकॉर के लिए हैंडलूम पर काम होता है. जैसे दरी, चटाई, चादरें, तौलिए, पर्दे आदि यहां बनाए जाते हैं.
उत्तर प्रदेश का लखनऊ हैंडलूम स्किल्स में चिकनकारी के लिए प्रसिद्ध है. यह शहर चिकन वर्क के लिए एकमात्र केंद्र है. चिकन का काम आपको टोपी, कुर्ता, साड़ी, स्कार्फ से लेकर बेडशीट तक पर मिलेगा.
उत्तर प्रदेश का भदोही कालीन के हैंडीक्राफ्ट के लिए मशहूर है. 16वीं शताब्दी में महान मुगल सम्राट अकबर के शासनकाल से यहां कालीन बन रहे हैं. यहां बेहतरीन रेशमी कालीन बनाये और बेचे जाते हैं. इन पर नाज़ुक फ़ारसी पैटर्न होते हैं जो उन्हें एक शानदार लुक देते हैं.
राजस्थान का कोटा सिर्फ अपने कोचिंग सेंटरों के लिए नहीं बल्कि कोटा शिल्पकला के लिए भी प्रसिद्ध है. दुल्हन के कपड़े यानी गोटा पट्टी और चांदी के आभूषणों के अलावा, यहां कोटा डोरिया साड़ियां भी बनती हैं.
मध्य प्रदेश राज्य का माहेश्वर शहर, माहेश्वरी साड़ी और कपड़ों के लिए सबसे लोकप्रिय है, जो कई अलग-अलग डिज़ाइनों के साथ बुना जाता है, जिसमें धारियां, चेक, पुष्प बॉर्डर आदि शामिल हैं. यहां रहने वाले बुनकर मूल रूप से मांडू के माने जाते हैं - जो मुगलों के लिए बुनाई करते थे.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद को देश की पीतल नगरी के नाम से जाना जाता है. यहां पर पीतल व्यवसाय से संबंधित लगभग 9000 उद्योग और 600 एक्सपोर्ट यूनिट्स हैं. पीतल से बने आकर्षक और कलात्मक बर्तन, आभूषण और ट्राफियां यहां बनाए जाने वाले प्रमुख शिल्प हैं.
तमिलनाडु राज्य में स्थित चेन्नई, कपड़े की खान है और यहां चमड़ा, बुना हुआ कपड़ा, रेशम और कपास सहित लगभग सभी प्रकार के कपड़े बनाए जाते हैं. इन सबसे ऊपर, कांचीपुरम और अरणी स्थानीय बाजार पर राज करते हैं, जिसमें ज़री रेशम साड़ियां भी शामिल हैं.