अपना लाइफ पार्टनर ढूंढना एक बड़ा टास्क है. लेकिन उतना ही बड़ा काम है पार्टनर को प्रोपोज करना. सबसे बड़ी बात उसके लिए सही टाइम चुनना.
डेट पर जाने के बाद लोग ये डिसाइड नहीं कर पाते हैं कि आखिर डिनर से पहले प्रोपोज करें या फिर डिनर के बाद.
प्रपोज करने का पहला रूल होता है कि टाइम और जगह एकदम परफेक्ट होनी चाहिए. डिनर कहां है, लोकेशन, मूड, माहौल, सामने वाला का नेचर आदि, सभी चीजों का ध्यान रखना जरूरी होता है.
डिनर से पहले प्रपोज करने के कई फायदे हैं. जैसे आपको बाद की टेंशन लेने की जरूरत नहीं होगी आप आराम से खाना खा सकेंगे.
पहले प्रपोज कर देंगे तो आप दोनों एक साथ ज्यादा बातें कर सकेंगे और टाइम बिता सकेंगे.
वहीं, प्रपोज खाने के बाद करने का नुकसान यह है कि अगर सामने वाले का जवाब ना हुआ तो आपका खाने का मन नहीं करेगा और खाना बर्बाद हो सकता है.
खाने के बाद प्रपोज करने का एक ये भी नुकसान है कि आप डिनर के टाइम पर चिंता में रहेंगे और खाना एन्जॉय नहीं कर पाएंगे.
आपके पास एक ऑप्शन डिनर के टाइम का भी है. आप डिनर के बीच में भी प्रपोज कर सकते हैं.
बस ध्यान रखें की शैंपेन या केक में अंगूठी न डालें. ये काफी क्लीशे हो जाता है.