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केला एक बेहतरीन फल है जो लोगों के लिए कार्बोहाइड्रेट सहित कई अन्य न्यूट्रिएंट्स का अच्छा स्रोत है.
मसला यह है कि केला मीठा भी होता है. तो क्या डायबिटीज के पेशेंट केला खा सकते हैं?
दरअसल डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें मीठी चीजें खाने से इंसान के खून में शुगर की मात्रा तेजी से बढ़ती है.
इस बीमारी में इंसान की बीमारियों से लड़ने की और जख्म भरने की क्षमता भी कम हो जाती है.
डायबिटीज में कौनसी चीजें खानी हैं और कौनसी नहीं, यह ग्लाइसेमिक इंडेक्स से फैसला किया जाता है.
जिन चीजों का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है, वे डायबिटीज के मरीज खा सकते हैं.
केले का ग्लाइसेमिक इंडेक्स 31-61 के बीच होता है. यानी डायबिटीज के मरीज इसे खा सकते हैं.
अगर डायबिटीज के मरीज बहुत ज्यादा पका हुआ केला न खाएं तो यह उनकी सेहत के लिए अच्छा है.
केला जितना पका होगा, उसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स उतना ही ज्यादा होगा. जो डायबिटीज के मरीजों के लिए अच्छा नहीं है.