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शराब पीना किसी के लिए स्टाइल का हिस्सा होता है तो किसी के लिए आदत और लत जैसा.
आजकल के जमाने में हर दूसरा इंसान शराब पी रहा है.
लेकिन क्या आपने ये बात नोटिस की है कि शराब पीकर लोग सच क्यों बोलने लगते हैं? चलिए बताते हैं इसके पीछे की वजह.
शराब लोगों को कहानियां गढ़ने, उन भावनाओं के साथ प्रतिक्रिया करने पर मजबूर कर सकती है जो वे वास्तव में महसूस नहीं करते हैं.
शराब पीने से दिमाग के उन हिस्सों पर असर पड़ता है, जो सोचने, भावनाओं को नियंत्रित करने, और निर्णय लेने में मदद करते हैं.
ऐसे में, शराब पीने के बाद लोग जो बोलते हैं, वो जरूरी नहीं कि हमेशा सच ही हो.
शराब पीकर इंसान वह बोलता है जो उसे 'सच' लगता है, लेकिन जरूरी नहीं कि वह सच हो.
शराब के नशे में लोग किसी के भी सामने पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी बात को रखते हैं.
अस्वीकरण- शराब का सेवन सेहत के लिए हानिकारक है.